अगर परमात्मा सबका भाग्य लिखते तो दुनिया कैसी होती ? परमात्मा भाग्य विधाता है , भाग्य लिखने का विधान सिखाते है | परमात्मा हमे सही कर्म करने का ज्ञान और शक्ति देते है | हमारा कर्म हमारा भाग्य लिखता है | Bk Shivani
ना कोई भेदभाव ,ना कोई जातिवाद , ना कोई ऊंचा ,ना कोई नीचा , है सब एक समान , ऐसा है मेरे भारत का संविधान | HAPPY REPUBLIC DAY